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लालच बुरी बला है

4.1
13311

यह कहानी एक सत्य घटना से प्रेरित है, इस कहानी में कुछ कल्पना का समावेश किया गया है, ताकि कहानी को रोचक बनाया जा सके। आप समस्त पाठकगणों से यह नम्र निवेदन है कि इस कहानी को पढ़ें, और अपना कीमती ...

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लेखक के बारे में
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राहुल (देव)

जिनका न आदि है, न जिनका अंत है.... वो सर्वग्य हैं, स्वयंभू है.... परमेश्वर हैं.... परमपिता हैं... वो ही मृत्युंजय है.... हर जीव में उनका वास है... हर जन्म में उन्हीं का जन्म होता है, और हर मृत्यु में उन्ही की मृत्यु भी.....वो ही कोटि कोटि ब्रह्माण्ड के रचयिता हैं, पालनकर्ता हैं और संहारकर्ता भी वही हैं..। मन का वेग हैं और महासमाधि का ध्यान भी वही हैं....परित्यक्त के आश्रय हैं, गंगाधर हैं, नीलकंठ हैं, अर्धनारीश्वर हैं, नटराज हैं, भोले हैं, महासन्यासी हैं... ओमकार जिनकी वाणी है, भांग, धतूरा और विल्व पत्र जिनको अति प्रिय है.... वो शिव हैं, शम्भू है, महाकाल हैं, निरंजन हैं.... हर स्वरूप सजीव या निर्जीव में उन्ही का वास है... कण कण में विद्यमान है.... विश्वेश्वर, त्रयम्बक, त्रिपुरान्तक, महारुद्र, सर्वेश्वर, सदाशिव हैं....ऐसे मेरे नाथ अर्द्धनारीश्वर महादेव को मैं कोटि कोटि नमन करता हूँ..... ~~ हर हर महादेव ~~

समीक्षा
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  • author
    Shewta Sharma
    19 फ़रवरी 2021
    agar salary achchi na ho to shadi ni karni chahiye....shadi tbhi kre jb achche se kamao apne alawa 4logo ka karch achche se utha sko.....aurat ghar ki free ki naukrani ni hoti hai...... naukrani kaha use to dasi samjha jata h jo 2roti aur 2kapde me whole life seva krti rhe
  • author
    Surendra Prajapati
    18 फ़रवरी 2021
    आज वर्तमान समय- में भूतों, प्रेतों,,,,, की कहानी ओ,,,,, से,,,समय बर्बाद न करे, कर्म करते रहे और, जीवन में प्रगति। की रचना लिखै,, फास्ट फूड,व फास्ट जिन्दगी,,,, लालची प्रृवति, गदारी, स्वार्थ परता,,,,,, हानियां पहुंचाते हैं।
  • author
    Sima Kumari
    31 अगस्त 2021
    जब फकीर की मदद उसने की और उसी दिन उसके साथ अच्छा हुआ तब और ज्यादा लालच करने की क्या आवश्यकता थी? गरीबी से इतना भी ना घबराएं कि सही और गलत का भेद ही मिट जाएं। जय श्री राधे कृष्णा जी राधे राधे 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
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    Shewta Sharma
    19 फ़रवरी 2021
    agar salary achchi na ho to shadi ni karni chahiye....shadi tbhi kre jb achche se kamao apne alawa 4logo ka karch achche se utha sko.....aurat ghar ki free ki naukrani ni hoti hai...... naukrani kaha use to dasi samjha jata h jo 2roti aur 2kapde me whole life seva krti rhe
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    Surendra Prajapati
    18 फ़रवरी 2021
    आज वर्तमान समय- में भूतों, प्रेतों,,,,, की कहानी ओ,,,,, से,,,समय बर्बाद न करे, कर्म करते रहे और, जीवन में प्रगति। की रचना लिखै,, फास्ट फूड,व फास्ट जिन्दगी,,,, लालची प्रृवति, गदारी, स्वार्थ परता,,,,,, हानियां पहुंचाते हैं।
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    Sima Kumari
    31 अगस्त 2021
    जब फकीर की मदद उसने की और उसी दिन उसके साथ अच्छा हुआ तब और ज्यादा लालच करने की क्या आवश्यकता थी? गरीबी से इतना भी ना घबराएं कि सही और गलत का भेद ही मिट जाएं। जय श्री राधे कृष्णा जी राधे राधे 🙏🏻🙏🏻🙏🏻