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लागा चुनरी में दाग़ : 2

3.5
8902

रमेश बक्षी उसे लेखक होने ने मारा इस लेख में रमेश बक्षी के लेखन का लेखा-जोखा नहीं है, बल्कि यह एक व्यक्तिगत दस्तावेज़ है, जिसे पढ़ कर आपको एक कहानी पढने जैसा आनंद आएगा। 28-29 मार्च, '92 को केंद्रीय ...

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लेखक के बारे में
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मणिका मोहिनी

एम्.ए.- दिल्ली विश्वविद्यालय रचनाएं – प्रेम प्रहार – काव्य संकलन मेरा मरना – काव्य संकलन कटघरे में – काव्य संकलन ख़त्म होने के बाद – कहानी संग्रह अभी तलाश जारी है – कहानी संग्रह अपना –अपना सच – कहानी संग्रह अन्वेषी – कहानी संग्रह स्वप्न दंश – कहानी संग्रह ये कहानियां – कहानी संग्रह ढाई आखर प्रेम का – कहानी संग्रह जग का मुजरा – कहानी संग्रह पारो ने कहा था – उपन्यास प्रसंगवश – लेख संग्रह अगेय;एक मूल्याङ्कन – सम्पादन उसका बचपन – नाट्य रूपान्तरण तेरह कहानियां – सम्पादन 5 अन्य पुस्तकें प्रकाशनाधीन

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Maithili Singh "Anshu"
    21 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    सफल मर्द का सनक और औरत का सफल मर्द के प्रति आकर्षण अकसर देखने को मिलता है
  • author
    Ashok Nagar
    19 മാര്‍ച്ച് 2021
    अच्छी रचना पर बांधे रखने मे असमर्थ!!!
  • author
    Priyanka Salve
    22 ജൂലൈ 2018
    its to hard to understand
  • author
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  • author
    Maithili Singh "Anshu"
    21 ആഗസ്റ്റ്‌ 2019
    सफल मर्द का सनक और औरत का सफल मर्द के प्रति आकर्षण अकसर देखने को मिलता है
  • author
    Ashok Nagar
    19 മാര്‍ച്ച് 2021
    अच्छी रचना पर बांधे रखने मे असमर्थ!!!
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    Priyanka Salve
    22 ജൂലൈ 2018
    its to hard to understand