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क्या कीजिए....✍️✍️

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बुझाए न बुझे यादों की आग तो क्या कीजिए। मन के हालत काबू में न हो तो क्या कीजिए।। वीरान और मनहूस सी हो गई है अब सदाएँ मेरी। चाहते थे अपनी सफाई में  कुछ कहना। मगर...लब ही सिल गए तो क्या कीजिए। हर रात ...

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लेखक के बारे में
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mamta Mahatma

💞बहुत छोटा सा सपना उत्कृष्ठ, प्रभाव शाली और सरल, सहज लेखन से पाठकों के मन में जगह बनाना💞 💞जब तक ख्वाब हकीकत में ना बदले तब तक अनवरत लिखना ही , मुझे अपनी मंजिल तक पंहुचाएगा 💞 लेखक नहीं हूं फिर भी लिखने की कोशिश कर रही हूं। 💞 कहते है खुली आंखों से देखा हुआ ख्वाब बहुत जल्द ......... पूरा होता है।💞

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Nick
    31 जुलाई 2025
    तो फिर खुद से तुम भी थोड़ा बेपरवाह क्यों नहीं हो जाती, जमाने से जरा लापरवाह क्यों नहीं हो जाती, जो सवाल इतने सारे मन में आ गए है, तुम खुद ही खुद का जवाब क्यों न हो जाती, सोचते रहेगी तो खो दोगी खुद को, जो यार बेवफा है तो तुम खुद के लिए वफादार क्यों नहीं हो जाती, ये जंजीरें एहसासों की बांध रही है जो, तुम इन्हें तोड़ कर आजाद क्यों नहीं हो जाती, सारे सवालों के जवाब आईना दे देगा तुम्हे, तुम खुद को उसके सामने क्यों नहीं लाती? बहुत बेहतरीन लिखा मैम आपने 😍😍 इतना की मुझे भी लिखने पर मजबूर कर दिया।🫂
  • author
    kanhaiya khatri (. K. K .)
    31 जुलाई 2025
    बहुत ही शानदार पंक्तियां लिखी है आपने ममता जी बहुत-बहुत शानदार अद्भुत 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
  • author
    Priyanka Priya
    31 जुलाई 2025
    बहुत खूब लिखा है आपने लाजवाब प्रस्तुति 👏👏👏👏👏👏
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    Nick
    31 जुलाई 2025
    तो फिर खुद से तुम भी थोड़ा बेपरवाह क्यों नहीं हो जाती, जमाने से जरा लापरवाह क्यों नहीं हो जाती, जो सवाल इतने सारे मन में आ गए है, तुम खुद ही खुद का जवाब क्यों न हो जाती, सोचते रहेगी तो खो दोगी खुद को, जो यार बेवफा है तो तुम खुद के लिए वफादार क्यों नहीं हो जाती, ये जंजीरें एहसासों की बांध रही है जो, तुम इन्हें तोड़ कर आजाद क्यों नहीं हो जाती, सारे सवालों के जवाब आईना दे देगा तुम्हे, तुम खुद को उसके सामने क्यों नहीं लाती? बहुत बेहतरीन लिखा मैम आपने 😍😍 इतना की मुझे भी लिखने पर मजबूर कर दिया।🫂
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    kanhaiya khatri (. K. K .)
    31 जुलाई 2025
    बहुत ही शानदार पंक्तियां लिखी है आपने ममता जी बहुत-बहुत शानदार अद्भुत 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
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    Priyanka Priya
    31 जुलाई 2025
    बहुत खूब लिखा है आपने लाजवाब प्रस्तुति 👏👏👏👏👏👏