pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

क्या करूँ मैं?

3.6
49036

उस रात जो भी हुआ उसको मैं कभी भूल नहीं सकती न किसी को बता सकती हूँ। काम अधिक होने की वजह से मैं सेटर-डे नाईट के प्लान में शामिल न हो सकी। घर पर ही थी। करीब दस बजे लैपटॉप बंद किया और मैगी बनाने ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
अज्ञात
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ankita Dewan
    19 मई 2018
    कोरी बकवास स्टोरी है कौन सी ऐसी बेवकूफ लड़की होगी जो दोस्त ke लिए अपनी इज़्ज़त दाव पे लगा देगी. जिस लड़की ने ऐसा किया मेरी नज़र मई वह महा बेवक़ूफ़ है,..
  • author
    Smriti Prakash
    02 अप्रैल 2021
    अच्छा ही है कि तुम अज्ञात हो,वर्ना इतनी घटिया कहानी के लिए कोई न कोई तुमको खूब कूट देता
  • author
    Dhani Vyas
    16 अप्रैल 2020
    🙏🙏सबसे बड़ी बात यारी -दोस्ती घर के बाहर तक ही होनी चाहिए,घर में आने की परमिशन किसी को न दे चाहे बॉयफेर्ंड हो चाहे फियोंसी ।कोई भी धोखा दे सकता हैं ।(आगे होकर आफत मोल नहीं लेनी चाहिए) इस मामले मे पहले स्वयं के बारे में सोचा जाए ।🙏🙏🙏
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ankita Dewan
    19 मई 2018
    कोरी बकवास स्टोरी है कौन सी ऐसी बेवकूफ लड़की होगी जो दोस्त ke लिए अपनी इज़्ज़त दाव पे लगा देगी. जिस लड़की ने ऐसा किया मेरी नज़र मई वह महा बेवक़ूफ़ है,..
  • author
    Smriti Prakash
    02 अप्रैल 2021
    अच्छा ही है कि तुम अज्ञात हो,वर्ना इतनी घटिया कहानी के लिए कोई न कोई तुमको खूब कूट देता
  • author
    Dhani Vyas
    16 अप्रैल 2020
    🙏🙏सबसे बड़ी बात यारी -दोस्ती घर के बाहर तक ही होनी चाहिए,घर में आने की परमिशन किसी को न दे चाहे बॉयफेर्ंड हो चाहे फियोंसी ।कोई भी धोखा दे सकता हैं ।(आगे होकर आफत मोल नहीं लेनी चाहिए) इस मामले मे पहले स्वयं के बारे में सोचा जाए ।🙏🙏🙏