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हिन्दी

कुसुम

4.6
13926

साल-भर की बात है, एक दिन शाम को हवा खाने जा रहा था कि महाशय नवीन से मुलाक़ात हो गयी। मेरे पुराने दोस्त हैं, बड़े बेतकल्लुफ़ और मनचले। आगरे में मकान है, अच्छे कवि हैं। उनके कवि-समाज में कई बार शरीक हो ...

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लेखक के बारे में

मूल नाम : धनपत राय श्रीवास्तव उपनाम : मुंशी प्रेमचंद, नवाब राय, उपन्यास सम्राट जन्म : 31 जुलाई 1880, लमही, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) देहावसान : 8 अक्टूबर 1936 भाषा : हिंदी, उर्दू विधाएँ : कहानी, उपन्यास, नाटक, वैचारिक लेख, बाल साहित्य   मुंशी प्रेमचंद हिन्दी के महानतम साहित्यकारों में से एक हैं, आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह माने जाने वाले प्रेमचंद ने स्वयं तो अनेकानेक कालजयी कहानियों एवं उपन्यासों की रचना की ही, साथ ही उन्होने हिन्दी साहित्यकारों की एक पूरी पीढ़ी को भी प्रभावित किया और आदर्शोन्मुख यथार्थवादी कहानियों की परंपरा कायम की|  अपने जीवनकाल में प्रेमचंद ने 250 से अधिक कहानियों, 15 से अधिक उपन्यासों एवं अनेक लेख, नाटक एवं अनुवादों की रचना की, उनकी अनेक रचनाओं का भारत की एवं अन्य राष्ट्रों की विभिन्न भाषाओं में अन्यवाद भी हुआ है। इनकी रचनाओं को आधार में रखते हुए अनेक फिल्मों धारावाहिकों को निर्माण भी हो चुका है।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    रेनुका जैश
    12 জুন 2017
    एक स्त्री के जीवन में पुरुष का होना जितना जरूरी है उस से भी जरूरी है उसका आत्म सम्मान होना और कुसुम ने अंत में अपना आत्म सम्मान चुना ये बात पूरे कहानी में मुझे सबसे अच्छी लगी।
  • author
    Sanjeev Kumar "Guddu"
    22 নভেম্বর 2018
    अति सुन्दर, पुरुष में इतनी नीचता नहीं होनी चाहिए कि दहेज के समान ही कोई मांग रखें। महिला ने भी लोभी पति को अंत में तिरस्कार कर अपने को सबल पदशित किया है
  • author
    Sutapa Sen
    25 জুলাই 2018
    self respect is more important then husband very inspiring story
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    रेनुका जैश
    12 জুন 2017
    एक स्त्री के जीवन में पुरुष का होना जितना जरूरी है उस से भी जरूरी है उसका आत्म सम्मान होना और कुसुम ने अंत में अपना आत्म सम्मान चुना ये बात पूरे कहानी में मुझे सबसे अच्छी लगी।
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    Sanjeev Kumar "Guddu"
    22 নভেম্বর 2018
    अति सुन्दर, पुरुष में इतनी नीचता नहीं होनी चाहिए कि दहेज के समान ही कोई मांग रखें। महिला ने भी लोभी पति को अंत में तिरस्कार कर अपने को सबल पदशित किया है
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    Sutapa Sen
    25 জুলাই 2018
    self respect is more important then husband very inspiring story