pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

!!*कुहासा घना छा गया*!! !!++++++++++++++!!

5
6

!!*कुहासा घना छा गया*!!        !!++++++++++++++!! रे मनवा!मन-चित्त होकर सुन जरा, मत घोल फिजा़ में, तू ज़हर-ज़हर हर तरफ़ धुआँ-धुआँ,शहर-शहर, कहर बरपा है,कुहासा घना छा गया अब शबभर दिखती नही जुगनू ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
रोशन बलूनी

✍️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏✍️ This is my you tube channels(ROSHAN BALUNI(Kavyanjali)Plz subscribe. https://youtu.be/jDTsSmTMWiQ रोशन बलूनी(प्रवक्ता) रा0इ0का0गडिगाँव,पाबो,पौडीगढवाल (उ0ख0) शिक्षा--एम0ए0(हिन्दी,संस्कृत,साहित्याचार्य) पत्रकारिता(MJMC)बी0एड0,लब्धस्वर्णपदक। पसंद--कविता/लेख(हिन्दी ,संस्कृत)रेडियो वार्ता! सम्मान--विद्यावारिधि सम्मान,बेस्ट ऐंकर,बेस्ट शिक्षक(हिमालयन गढवाल विश्वविद्यालय पोखडा) "ज्ञानं मनुजस्य तृतीय नेत्रम्"ज्ञान मनुष्य का तीसरा नेत्र है,इसलिए जहाँ से भी कुछ सीखने को मिले बडे ही श्रद्धाभाव से उसे ग्रहण कर लेना चाहिए। गीता में भगवान् कृष्ण ने कहा है-- श्रद्धावान् लभते ज्ञानं,तत्परः संयतेन्द्रियः। ज्ञानं लब्ध्वा परां शान्तिमचिरेणाधिगच्छति।। ✍️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏✍️

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    ANJALI JHA (Anju)
    28 अप्रैल 2020
    उत्कृष्ट रचना sir... वर्तमान का उत्तम चित्रण... बहुत ही लाजबाब प्रस्तुति.... और सत्य है सांस भी लेना मुश्किल प्रतीत हो रहा है इस विषैली हवा में 🙏🙏🙏🙏🙏😊
  • author
    28 अप्रैल 2020
    बहुत बढ़िया लिखते हैं, बहुत इंटेलीजेंट हैं आप तो
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    ANJALI JHA (Anju)
    28 अप्रैल 2020
    उत्कृष्ट रचना sir... वर्तमान का उत्तम चित्रण... बहुत ही लाजबाब प्रस्तुति.... और सत्य है सांस भी लेना मुश्किल प्रतीत हो रहा है इस विषैली हवा में 🙏🙏🙏🙏🙏😊
  • author
    28 अप्रैल 2020
    बहुत बढ़िया लिखते हैं, बहुत इंटेलीजेंट हैं आप तो