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" कुछ खलिश सी है दिल में "

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घर में चारो और चहल पहल थी।पर वो अपने ही ख्यालों में खोये हुये थे।आँखों के सामने बीत गये बहुत से साल कुछ ऐसे ही भागे जा रहे थे ,जैसे चलती ट्रेन की खिड़की से दिखते भागते हुये पेड़ । तभी बड़े बेटे ने ...

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लेखक के बारे में

नाम :- नेहा अग्रवाल नेह जन्म :- 19 अप्रैल शिक्षा :- एम .एस.सी ( रसायनशास्त्र ) लेखन विधा :- लघुकथा ,कहानी ,कविता,व्यंग्य,पत्र,लेख दैनिक भास्कर मधुरिमा , दैनिक जागरण , साहित्य अमृत, मृगमरीचिका, साधव्यूज, साहित्य सरोज ,परतों की पड़ताल , लोकजंग ,दैनिक अकुंर , नवप्रदेश ,अट्टहास , दैनिक मैट्रो ,साफ्ताहिक अकोदिया सम्राट ,प्रतिलिपि ,योर कोट्स ,मातृ भारती ,स्टोरी मिरर, हिन्दी रचना संसार , हैक जिन्दगी , साहित्यपीडिया , किस्सा कृति , सत्य की मशाल ,आगमन ,गृहलक्ष्मी , पर रचनाएं प्रकाशित प्रकाशित कृतियाँँ :- बूँद - बूँद सागर ( लघुकथा संग्रह ) , फलक ( लघुकथा संग्रह ),अपने अपने क्षितिज ( लघुकथा संग्रह ),काव्य सुरभि ( काव्य संग्रह ) सम्पादित कृति :- स्वप्नगंधा काव्य संग्रह फोन :- 9410405901 ईमेल:- [email protected]

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anuradha Nagar
    28 अगस्त 2020
    wah pyar ho to esa😊😊😊
  • author
    Azra Ansari
    09 अक्टूबर 2020
    बहुत ही प्यारी कहानी है।
  • author
    अमजद
    17 अगस्त 2020
    बहुत ही सुंदर 👌👌
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  • author
    Anuradha Nagar
    28 अगस्त 2020
    wah pyar ho to esa😊😊😊
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    Azra Ansari
    09 अक्टूबर 2020
    बहुत ही प्यारी कहानी है।
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    अमजद
    17 अगस्त 2020
    बहुत ही सुंदर 👌👌