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क्षितिज के उस पार

3.9
10337

‘आकाश ने मंगनी टूटने पर क्या सोचा था और क्या नहीं? तथा उस पर क्या बीती होगी? कृति ने तब ये सब कुछ जानने की आवश्यकता ही नहीं समझी। फिर समझती भी कैसे? प्रेम पथ की यात्रा पर चलते हुये जब आंधी की ...

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लेखक के बारे में
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शरोवन

प्रतिलिपि में प्रकाशित मेरी कहानियों के सात संकलन, अर्थात सात पुस्तकें एक साथ प्रकाशित हुई हैं। इन पुस्तकों के नाम हैं; 1. माटी मेरे आंगन की 2. रोमिका 3. मेरे पथ का राही 4. अमावस्या 5. लहरें बुलाती हैं 6.मांझी नैया ढूंढे किनारा 7. शूशनगढ़ की सुंदरी मिलने का पता है; MSS 70 Janpath, New Delhi- 110001 Emai: [email protected] Phn. 91 11 2332 0253 Website. Www.masihisahitysanstha.com name: Sharovan Full name: Sharovan Kumar Singh Education: M.A. ( Hindi, Sociology), Bsc. zoology, Botany, Chemistry, Clinical: Medical technologist (USA) Writings: Novels, stories, poems Footnote: two times winner of Hindi stories competition of Delhi Press famous magazine ' Sarita'; first and second prize. Residency: Georgia, USA. Facebook: Novelist Sharovan website: Yeshukepaas.org email: [email protected] Resident of: 2379 Cochise Dr., Acworth, Ga 30102, USA. contact: 7707267286, 4042138257 शरोवन- जन्म स्थान- सहारनपुर, सेमनरी, उत्तर-प्रदेश, भारत, शिक्षा- बी. एस. सी. जीवविज्ञान व रसायनशास्त्र स्नातकोत्तर- हिन्दी व समाजशास्त्र रसायनशाला- सी. एल. टी. (एन. सी. ए.), यू. एस. ए., एम. टी. (ए. एम. टी.), यू. एस. ए. सी. एल. एस. सी., रसायनशास्त्र (एन. सी. ए., यू. एस. ए. लेखन- उपन्यास, कहानी एंव लेख संपादन- यीशु के पास, इनकारपोरेटिड, हिन्दी मसीह पत्र प्रकाशन, अमेरिका के अन्तर्गत चेतना हिन्दी मसीही पत्रिका का संपादन व प्रकाशन प्रकाशन- उपन्यास- बिखरे फूल, तुम दूर चले जाना, नैया, चरवाहा, भारत की रचना, जिल्पा, -कहानी संग्रह, तथा सरिता, मुक्ता, बाल भारती, भू-भारती, युवक, एंव चेतना में कहानियां व लेख प्रकाशितं। सम्प्रति- क्लीनीकल लेबोरेटोरी, यू. एस. ए. में मेडिकल टैक्नोलेजिस्ट व क्लीनीकल लेबोरेटोरी सांइटिस्ट रसायनशास्त्र के रूप में कार्यरत्। प्रकाशित रचनायें- प्रेम करता है वह - गवाहियों का संकलन जिल्पा -कहानी संग्रह तुम दूर चले जाना -उपन्यास नैया -उपन्यास चरवाहा -उपन्यास भारत की रचना -उपन्यास कलवरी के आंसू -उत्तरी भारत की सी. एन. आई. में व्याप्त भ्रष्टाचार पर आधारित एक मार्मिक उपन्यास यीशु नासरी - एक एतिहासिक व बिबलीकल सत्य फिर वहीं - कहानी संग्रह Tears of Calvary_ Novel english edition.

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sanjay Ni_ra_la
    02 अप्रैल 2020
    कहानी बहुत जल्दी समाप्त हो गई, बिना अंजाम की कहानी की कोई मतलब नहीं, 25 मिनट बर्बाद हो गए जनाब, क्यूंकि जो भगवान के बस ना हो वो तो कवि कर सकता है, मगर इसमे आप असफल रह गए, प्रतिक्रिया को अन्यथा ना ले
  • author
    Sunny Kansykar "Ak"
    12 दिसम्बर 2018
    time waste.. lekin kuch to baat hai
  • author
    ARUN KUMAR SHRIVASTAVA
    11 दिसम्बर 2020
    कहानी बहुत अच्छी है, कुछ समीक्षाये जरुर निराशा जनक दी गई हैं.... आपकी लेखनी सुंदर है no doubt... अंत के लिए तो यही कहा जा सकता है कि.... कुछ तुम उठ न सके , कुछ हम झुक न सके यूँ अधूरी रह गई, इक क्षितिज की कल्पना
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    Sanjay Ni_ra_la
    02 अप्रैल 2020
    कहानी बहुत जल्दी समाप्त हो गई, बिना अंजाम की कहानी की कोई मतलब नहीं, 25 मिनट बर्बाद हो गए जनाब, क्यूंकि जो भगवान के बस ना हो वो तो कवि कर सकता है, मगर इसमे आप असफल रह गए, प्रतिक्रिया को अन्यथा ना ले
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    Sunny Kansykar "Ak"
    12 दिसम्बर 2018
    time waste.. lekin kuch to baat hai
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    ARUN KUMAR SHRIVASTAVA
    11 दिसम्बर 2020
    कहानी बहुत अच्छी है, कुछ समीक्षाये जरुर निराशा जनक दी गई हैं.... आपकी लेखनी सुंदर है no doubt... अंत के लिए तो यही कहा जा सकता है कि.... कुछ तुम उठ न सके , कुछ हम झुक न सके यूँ अधूरी रह गई, इक क्षितिज की कल्पना