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कृष्ण सुदामा मिलन (दोहा)

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मित्र मिलन की चाह में, माधव हुए बेहाल। प्रजा  सारी  देख  रही, केशव का ये हाल।। देख  सुदामा  की  दशा , माधव हुए अधीर। चरण  मित्र  के  धों  रहे, नेत्र  से  बहें  नीर।। देख मित्र की ये दशा, केशव ...

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लेखक के बारे में
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Uma Vaishnav

ऐसी जिन्दगी जीऊं जो किसी के काम आए। भूल से भी किसी का दिल न दुखाऊं।हमेशा अपनाे का साथ रहे।अपने विरोद्धीयों का भी आभार मानती हूँ।जिन्होंने मुझे अपनी कमीयो से अवगत कराया........ You may send me your feedback on my email uma. [email protected] https://youtube.com/channel/UCO1gQf-V6Av_AHR23sP6Jdw

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    26 मई 2021
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