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koi tujh sa nahi

4.2
1039

तुम्हे शिकायत रहती है कि कभी तुम्हारी तारीफ़ नही करता....मै तो बस इंसान...फ़ुर्सत मै कहा बनाया हू...जरुरत सी नही लगती तेरी तारीफ़ करने की....लाखो से चुनकर मै ही तो तुझे लाया हू....तेरे आंखो सा कुछ ...

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लेखक के बारे में

हमको किसके ग़म ने मारा.... ये कहानी फिर सही

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Padmaja Patnaik
    14 अगस्त 2019
    nice
  • author
    16 मार्च 2019
    nice
  • author
    Sanjukta Pandey
    03 फ़रवरी 2019
    सुन्दर
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    Padmaja Patnaik
    14 अगस्त 2019
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    16 मार्च 2019
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    Sanjukta Pandey
    03 फ़रवरी 2019
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