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कोई रात की सुबह नहीं होती..

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हर सुबह के लिये रात हो ये जरुरी है मगर.. कोई कोई रात की सुबह होती नहीं मोहन.. ...

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लेखक के बारे में
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Mohan Sharma

🌹आदमी सच बोलने की सज़ा पाता है.. इसलिए वो सच बोलने से घबराता है .🌹

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    neha sharma
    15 जुलाई 2023
    बहुत सुंदर
  • author
    Mrs Patil
    16 जुलाई 2023
    जी बिल्कुल सही.... चंद अल्फ़ाजों में बहुत ही गहन अर्थ छूपा है... मन को छू लेनेवाले एहसासों को बेहद खूबसूरत एवं भावस्पर्शी शब्दों में प्रस्तुत किया है आपने.... जो भावूक कर जाते है!! हरबार की तरह बेमिसाल अभिव्यक्ती सर जी
  • author
    16 जुलाई 2023
    वाह वाह बहुत सुंदर लाज़वाब लेखन 👏👏👏👏👏 कृपया मेरी रचनाएं भी पढ़ें और अगर आपको अच्छी लगे तो समीक्षाएं ज़रूर दें और मुझे फ़ॉलो करें ☺️ धन्यवाद 🙏
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    neha sharma
    15 जुलाई 2023
    बहुत सुंदर
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    Mrs Patil
    16 जुलाई 2023
    जी बिल्कुल सही.... चंद अल्फ़ाजों में बहुत ही गहन अर्थ छूपा है... मन को छू लेनेवाले एहसासों को बेहद खूबसूरत एवं भावस्पर्शी शब्दों में प्रस्तुत किया है आपने.... जो भावूक कर जाते है!! हरबार की तरह बेमिसाल अभिव्यक्ती सर जी
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    16 जुलाई 2023
    वाह वाह बहुत सुंदर लाज़वाब लेखन 👏👏👏👏👏 कृपया मेरी रचनाएं भी पढ़ें और अगर आपको अच्छी लगे तो समीक्षाएं ज़रूर दें और मुझे फ़ॉलो करें ☺️ धन्यवाद 🙏