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कितने गुलाब

4.2
1735

“तूने आज तक भी वैलेंटाइन डे पर कोई गुलाब नही खरीदा ....कैसी है रे तू ? ” इतने गुलाब खरीदकर भी वर्तिका खुद से बात करते हुए फूलों की दुकान से सीढीयाँ उतरते हुए मुस्कुरा रही थी । उसकी यह मुस्कुराहट ...

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लेखक के बारे में
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संगीता सेठी

विश्व की 111 हिंदी लेखिकाओं में शामिल

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Uma Chopra
    17 मई 2020
    gulab ki mehak se bhari khoobsurat kahani
  • author
    Arti Mahi
    25 मार्च 2019
    gulab darshan
  • author
    anju agarwal "'लखनवी'"
    11 अगस्त 2021
    बहुत प्यारा गुलाब सरीखा लिखा है आपने
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  • author
    Uma Chopra
    17 मई 2020
    gulab ki mehak se bhari khoobsurat kahani
  • author
    Arti Mahi
    25 मार्च 2019
    gulab darshan
  • author
    anju agarwal "'लखनवी'"
    11 अगस्त 2021
    बहुत प्यारा गुलाब सरीखा लिखा है आपने