“तूने आज तक भी वैलेंटाइन डे पर कोई गुलाब नही खरीदा ....कैसी है रे तू ? ” इतने गुलाब खरीदकर भी वर्तिका खुद से बात करते हुए फूलों की दुकान से सीढीयाँ उतरते हुए मुस्कुरा रही थी । उसकी यह मुस्कुराहट ...
“तूने आज तक भी वैलेंटाइन डे पर कोई गुलाब नही खरीदा ....कैसी है रे तू ? ” इतने गुलाब खरीदकर भी वर्तिका खुद से बात करते हुए फूलों की दुकान से सीढीयाँ उतरते हुए मुस्कुरा रही थी । उसकी यह मुस्कुराहट ...