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किस्मत बदलती देखी मैं

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एक बार एक राजा के दरबार में एक खुबसूरत नाचने वाली नाच रही थी। जिसे अपनी खूबसूरती पर बहुत घमण्ड था वो बार-बार राजा की बदसूरती को देखकर मुस्कुराती है। राजा यह देखकर समझ जाता है कि वह क्यों मुस्कुराई। ...

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लेखक के बारे में
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Amar Divine

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समीक्षा
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    18 नवम्बर 2022
    बहुत ही सुन्दर रचना लिखा आपने सर जी सुंदर अतिसुंदर विचार प्रस्तुत किया आपने 🙏 राधे-राधे 🙏🥀🥀🥀🌺🥀🥀🥀
  • author
    Shashi Mahajan
    18 नवम्बर 2022
    बहुत बढ़िया लिखा है आपने
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    18 नवम्बर 2022
    बहुत ही सुन्दर रचना लिखा आपने सर जी सुंदर अतिसुंदर विचार प्रस्तुत किया आपने 🙏 राधे-राधे 🙏🥀🥀🥀🌺🥀🥀🥀
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    Shashi Mahajan
    18 नवम्बर 2022
    बहुत बढ़िया लिखा है आपने