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किसी के हाथ में गुड़ की भेली🥀

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बार-बार🥀 बेशर्मी हवा की हमने झेली है🥀 और उनके साथ खेल प्यार का खेली है🥀 लगता है उनके बिना मै अकेला🥀 पर जब पूछा उनसे🥀 वो पड़ी ये दुनिया मेरे लिए अकेली है🥀 कि किसी के हाथ में मिश्री🥀 तो किसी के ...

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लेखक के बारे में
author
Anil Sahni

हमें कांटों का सेज ना दिजिए,हम अपने लबों से कांटों को भी घायल कर देंगे

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    S. M. Singh
    09 നവംബര്‍ 2021
    👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻
  • author
    Pappi Jat
    09 നവംബര്‍ 2021
    वाह जी वाह बहुत खूब
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    S. M. Singh
    09 നവംബര്‍ 2021
    👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻
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    Pappi Jat
    09 നവംബര്‍ 2021
    वाह जी वाह बहुत खूब