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खुशी से संवाद 🙈

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बड़े दिनों​के बाद मुझे खुशी मिली । पूछा मैंने : - कहां रहती हो आजकल । आती भी नहीं और मिलती नहीं ।आओ कभी साथ में चाय पीयेगे । खाओ ना इतने भाव । सीखो तुम अपनी बहन "परेशानी" से वह हर दुसरे दिन आती ...

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लेखक के बारे में
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Mrs . Deepa Gautam ❤️

सच की राह में भीड़ नहीं होती । उसकी छांव में बरकत होती है। जो अकेला सब सहता है । वहीं अंत में सबसे ऊंचा उठता है । 💗💗💗🥀🥀🥀🥀🥀🥀

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    अमर शर्मा
    16 फ़रवरी 2021
    आपको तो बहुत सही पता दिया है खुशी ने।
  • author
    Neha Vyas
    16 फ़रवरी 2021
    बिल्कुल सही दीपा जी 😃👌🙏🌷
  • author
    16 फ़रवरी 2021
    बहुत ही सही और सुंदर सीख देती रचना💐💐💐
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    अमर शर्मा
    16 फ़रवरी 2021
    आपको तो बहुत सही पता दिया है खुशी ने।
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    Neha Vyas
    16 फ़रवरी 2021
    बिल्कुल सही दीपा जी 😃👌🙏🌷
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    16 फ़रवरी 2021
    बहुत ही सही और सुंदर सीख देती रचना💐💐💐