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हिन्दी

खुदाई फौजदार

4.7
6369

सेठ नानकचन्द को आज फिर वही लिफाफा मिला और वही लिखावट सामने आयी तो उनका चेहरा पीला पड़ गया। लिफाफा खोलते हुए हाथ और ह्रदय दोनों काँपने लगे। खत में क्या है, यह उन्हें खूब मालूम था। इसी तरह के दो खत ...

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लेखक के बारे में

मूल नाम : धनपत राय श्रीवास्तव उपनाम : मुंशी प्रेमचंद, नवाब राय, उपन्यास सम्राट जन्म : 31 जुलाई 1880, लमही, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) देहावसान : 8 अक्टूबर 1936 भाषा : हिंदी, उर्दू विधाएँ : कहानी, उपन्यास, नाटक, वैचारिक लेख, बाल साहित्य   मुंशी प्रेमचंद हिन्दी के महानतम साहित्यकारों में से एक हैं, आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह माने जाने वाले प्रेमचंद ने स्वयं तो अनेकानेक कालजयी कहानियों एवं उपन्यासों की रचना की ही, साथ ही उन्होने हिन्दी साहित्यकारों की एक पूरी पीढ़ी को भी प्रभावित किया और आदर्शोन्मुख यथार्थवादी कहानियों की परंपरा कायम की|  अपने जीवनकाल में प्रेमचंद ने 250 से अधिक कहानियों, 15 से अधिक उपन्यासों एवं अनेक लेख, नाटक एवं अनुवादों की रचना की, उनकी अनेक रचनाओं का भारत की एवं अन्य राष्ट्रों की विभिन्न भाषाओं में अन्यवाद भी हुआ है। इनकी रचनाओं को आधार में रखते हुए अनेक फिल्मों धारावाहिकों को निर्माण भी हो चुका है।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Vivek Kumar Rajput
    04 दिसम्बर 2018
    प्रयोगात्मक फरेब कथा! ऐसा सच में बहुत बार हुआ लोगों के साथ। इसलिए कोई छोटी भी घटना अपने शुभचिंतकों के साथ जरूर साझा करे। कोई ना कोई रास्ता जरूर निकलेगा और तहकीकात की जायेगी। इस तरह विश्वास तो किसी पर नहीं करना चाहिए। एक त्रुटि और सर्वनाश होते देर नहीं लगती। मुंशी प्रेमचंद जी की छल से बचने के लिए एक बेहतरीन कहानी
  • author
    Harphool Bijarniya
    02 जुलाई 2019
    This is the only story whom I take very funny. Fabulous story i like it very much and suggest people to read it at reast once.
  • author
    Sarkari Result Brt
    01 जून 2020
    सचमुच कथा सम्राट थे, मुंशी प्रेमचंद जी
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    Vivek Kumar Rajput
    04 दिसम्बर 2018
    प्रयोगात्मक फरेब कथा! ऐसा सच में बहुत बार हुआ लोगों के साथ। इसलिए कोई छोटी भी घटना अपने शुभचिंतकों के साथ जरूर साझा करे। कोई ना कोई रास्ता जरूर निकलेगा और तहकीकात की जायेगी। इस तरह विश्वास तो किसी पर नहीं करना चाहिए। एक त्रुटि और सर्वनाश होते देर नहीं लगती। मुंशी प्रेमचंद जी की छल से बचने के लिए एक बेहतरीन कहानी
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    Harphool Bijarniya
    02 जुलाई 2019
    This is the only story whom I take very funny. Fabulous story i like it very much and suggest people to read it at reast once.
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    Sarkari Result Brt
    01 जून 2020
    सचमुच कथा सम्राट थे, मुंशी प्रेमचंद जी