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खुद से बड़ा कोई भी हमसफ़र नहीं होता।

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खुद से बड़ा कोई भी हमसफ़र नहीं होता। खुद से बड़ा कोई भी हमसफ़र नहीं होता। रूह की गर्मी के लिये मफलर नहीं होता। घूम लो सारी दुनिया, पूछ लो हर इंसान से खुदा से बड़ा कोई भी रहबर नहीं होता। किस किस पे ...

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लेखक के बारे में
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Firoz Dahiwala
समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    manju rohilla
    21 जनवरी 2021
    मुझ पर कोई असर नहीं होता, बेहतरीन लिखा superrr 👏👏👏
  • author
    Sneh Lata Pandey "स्नेह"
    21 जनवरी 2021
    जीवन के सफ़र की बेहतरीन अभिव्यक्ति। लाज़वाब रचना👌👌👌
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    manju rohilla
    21 जनवरी 2021
    मुझ पर कोई असर नहीं होता, बेहतरीन लिखा superrr 👏👏👏
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    Sneh Lata Pandey "स्नेह"
    21 जनवरी 2021
    जीवन के सफ़र की बेहतरीन अभिव्यक्ति। लाज़वाब रचना👌👌👌