दोनों बस टकटकी लगाय एक दूसरे के चेहरे को निहार रहे थे अब ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे वो अपने सोचने की क्षमता ही खो बैठे हो , न चाहते हुए भी उन्हें उस बूढ़े व्यक्ति के बताए बातो को मानना था , इसके ...
दोनों बस टकटकी लगाय एक दूसरे के चेहरे को निहार रहे थे अब ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे वो अपने सोचने की क्षमता ही खो बैठे हो , न चाहते हुए भी उन्हें उस बूढ़े व्यक्ति के बताए बातो को मानना था , इसके ...