मैं अवधेश कुमार यादव निवासी जिन्सी, कुसूंगुर, पो- गारापुर, फूलपुर प्रयागराज |
सबसे पहले प्रतिलिपि के संस्थापक को हृदय से धन्यवाद देता हूँ कि सभी को स्वतंत्र आभार ब्यक्त करने का मौका दिया है | जीवन है मौका सभी के लिए है, उस सत्य से परिचय होने के लिए जो सभी के लिए एक पहेली है | जिसको लोग घर, परिवार ,समाज, देश, धर्म, संस्कृति में खोजने की कोशिश करते हैं |प्रायः यही होता है ,जिसका कोई अन्त नहीं और हमेशा आभाव महसूस होता रहता है और बेचैनी भी महसूस होती रहती है |जबकि हर किसी ब्यक्ति के लिए उस सत्य से परिचय, जो पहले से ही बनाने वाले ने उसके हृदय में स्थित की है,उसको वह जान सकता है, पहचान सकता है, अनुभव कर सकता है |बहुत पुस्तके लिखी जा चुकी है, आगे भी लिखी जायेंगी फिर भी यह बिना किसी के मार्गदर्शन के सम्भव नहीं है, वह भी जीता जागता मार्गदर्शक की जरूरत है |इसलिए अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाने वाले गुरु की जरूरत पड़ती है | उसका पहचान है सिर्फ उनका ज्ञान जो सत्य से परिचय करा दे और अनुभव करा दें बस |
हर किसी को अपेक्षा से अधिक मिला है फिर भी दूसरे से अपेक्षा रखने की आदत है और यही दुख का कारण भी है |जिस दिन आपका ध्यान अपने अन्दर होगा, सारी अपेक्षाओं से आप तृप्त हो जायेंगे |
रिपोर्ट की समस्या
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