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खिलती हूई धूप की किरणे

4.6
322

ये खिलती हूई धूप की किरणो से , धरती पर होता हुआ उजाला , जीवन को करता है उज्जवल , इन किरणो को जो छू लेता , उस का उज्जवल होता भाग्य , करता है जो मन को हर्षित , प्रातः के होते हुए इस दर्पण से , जो अपने ...

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    मल्हार
    03 जून 2020
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