खेल खेल में कितना कुछ सीख जाते हैं, कभी जीत जाते हैं तो कभी हार जाते हैं। खुला मैदान तुम्हें बुलाता है कभी बैडमिंटन,कभी लॉन टैनिस तुम्हें लुभाता है। सचिन के चौके,धोनी की हवाई शॉट के क्या कहने, ...
मुझे शुरू से ही कहानी,कविताओं को पढ़ने,लिखने का शौक रहा है।साहित्य में रुचि हमेशा रही इसलिए बी ए में अंग्रेजी ,संस्कृत साहित्य दोनों पढ़े फिर एम ऐ, एम फिल ,पी एच डी अंग्रेजी साहित्य में करी। यू पी एच् ई एस सी से चयनित हो कुछ वर्ष अंग्रेजी साहित्य की प्रवक्ता रही पर पारिवारिक मजबूरियों के चलते त्यागपत्र दे दिया।जब से प्रतिलिपि से जुड़ी हूं, पुरानी लेखन कला जागृत हो उठी है।
सारांश
मुझे शुरू से ही कहानी,कविताओं को पढ़ने,लिखने का शौक रहा है।साहित्य में रुचि हमेशा रही इसलिए बी ए में अंग्रेजी ,संस्कृत साहित्य दोनों पढ़े फिर एम ऐ, एम फिल ,पी एच डी अंग्रेजी साहित्य में करी। यू पी एच् ई एस सी से चयनित हो कुछ वर्ष अंग्रेजी साहित्य की प्रवक्ता रही पर पारिवारिक मजबूरियों के चलते त्यागपत्र दे दिया।जब से प्रतिलिपि से जुड़ी हूं, पुरानी लेखन कला जागृत हो उठी है।
रिपोर्ट की समस्या
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