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खण्डहर

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कभी तो वहाँ पर पायल की आवाज छनकती होगी बच्चॉ की किलकारियां होंगी दीपक की रोशनी जलती होगी,लेकिन अब क्या? यही तो सत्त्य है सब खतम हो जाता है।चाहे वो बहुत नाम वाला हो या आम इन्सान सच्चाई तो यही है ...