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खानदान का चिराग

4.6
2145

"दादाजी मैं भी शेव करुँगा।" मन्नू ने शेविंग ब्रश को अपने गाल पर फेरते हुए कहा। “पहले अपने दादाजी की तरह बड़ा तो हो जा मेरे लाल।“ दादादी उसके कोमल गालों से सफेद रंग की शेविंग क्रीम को अपने टॉवल से ...

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लेखक के बारे में
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Narayan Gaurav
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Poonam Aggarwal
    27 फ़रवरी 2021
    नियति भी जो न जाने कैसे कैसे दुःख दिखा देती है पर जो चौधरी साहब के घर हुआ वो किसी दुश्मन के साथ भी न हो । 😥😥
  • author
    Manibala Saraswat
    07 जून 2022
    झूठे दिखावे और झूठी शान के चक्कर में एक मासूम की बलि । दिल को झकझोरती एक दर्दनाक कहानी
  • author
    Ashok Passy
    14 मई 2021
    grandfather always love his grandson ♥this is reality but some incident comes always
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  • author
    Poonam Aggarwal
    27 फ़रवरी 2021
    नियति भी जो न जाने कैसे कैसे दुःख दिखा देती है पर जो चौधरी साहब के घर हुआ वो किसी दुश्मन के साथ भी न हो । 😥😥
  • author
    Manibala Saraswat
    07 जून 2022
    झूठे दिखावे और झूठी शान के चक्कर में एक मासूम की बलि । दिल को झकझोरती एक दर्दनाक कहानी
  • author
    Ashok Passy
    14 मई 2021
    grandfather always love his grandson ♥this is reality but some incident comes always