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" खाली फोटो फ्रेम "

4.9
82

खाली फोटो फ्रेम ख्वाइशों की पोटली लिए जिस तरह हर लडकी विदा होती है उसी तरह विदा हुई सरिता देवी । बहुत से अरमान, सपनो का शहजादा, अनगिनत  सपने लिये आयी ससुराल , मिला बहुत कुछ और बहुत  कुछ नही भी । ...

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लेखक के बारे में
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Meenakshi Garg

आइने की तरह साफ हूं ,परन्तु बहुतों की समझ से पार हूं।

समीक्षा
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  • author
    02 अक्टूबर 2021
    भावो को बड़ी खूबसूरती के साथ ओर शब्दो के सुंदर प्रयोग के बल पर सुंदर रचना कैसे लिखी जा सकती है ये रचना इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
  • author
    01 अक्टूबर 2021
    बहुत खूब साधा हुआ लेखन जो अपने अर्थों को सहजता से मुखर करता है!! आदरणीया आपको सादर प्रणाम सहित शुभकामनाएं!! जय श्री राधे-कृष्णा 🙏🙏🙏
  • author
    01 अक्टूबर 2021
    बहुत बहुत अच्छी कहानी हैं सही बात लिखी हैं आपने 👏👏👏🙏
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    02 अक्टूबर 2021
    भावो को बड़ी खूबसूरती के साथ ओर शब्दो के सुंदर प्रयोग के बल पर सुंदर रचना कैसे लिखी जा सकती है ये रचना इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
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    01 अक्टूबर 2021
    बहुत खूब साधा हुआ लेखन जो अपने अर्थों को सहजता से मुखर करता है!! आदरणीया आपको सादर प्रणाम सहित शुभकामनाएं!! जय श्री राधे-कृष्णा 🙏🙏🙏
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    01 अक्टूबर 2021
    बहुत बहुत अच्छी कहानी हैं सही बात लिखी हैं आपने 👏👏👏🙏