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खाली पत्र

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ईमेल के जमाने मे दादा जी आप किसको पत्र लिख रहे हो वो भी नीले रंग के अंतरदेसीय पर तो दादा जी मुस्कुराये,  अरे तुझे कैसे पता की इसे अंतरदेसीय पत्र बोलते है तो सोनू बोला दादा जी मुझे हमारी अध्यापिका ...

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लेखक के बारे में

लिख रहा हूँ कि याद रह जाऊँ ऐ मेरे दोस्त चले जाने के बाद। दिल को छू जाए या दिल को लग जाए दोनो परिस्थितियों मे लिखने का मजा आता है। वैसे तो मै बचपन से ही हिंदी मे निबंध लिखता पर उस वक़्त कई बार मुझे अच्छा लिखने के लिए भी टीचर से मार पड़ी क्योकि उन्हें लगता था कि एक 10 साल का बच्चा कैसे इतना अच्छा लिख सकता है पर मै इसलिए अच्छा लिख पाता था क्योंकि रोज हिंदी का न्यूज़ पेपर पढ़ने की आदत पापा को देखकर लग गयी थी। अब जब भी कुछ अच्छा टॉपिक मिल जाता है तो लिख लेता हूँ। [email protected] Whatsapp 9313490197

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mamta Pattanaik
    21 ડીસેમ્બર 2022
    wahaaaa,,,,such a touching beautiful story 👍👍👍👍👍👍, gm ji 🙏🙏🙏🙏
  • author
    P
    21 ડીસેમ્બર 2022
    जी याद ही एक सहरा अति उत्तम रचना
  • author
    Rajeshwari Bhoriya
    21 ડીસેમ્બર 2022
    bahut hi behatreen
  • author
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  • author
    Mamta Pattanaik
    21 ડીસેમ્બર 2022
    wahaaaa,,,,such a touching beautiful story 👍👍👍👍👍👍, gm ji 🙏🙏🙏🙏
  • author
    P
    21 ડીસેમ્બર 2022
    जी याद ही एक सहरा अति उत्तम रचना
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    Rajeshwari Bhoriya
    21 ડીસેમ્બર 2022
    bahut hi behatreen