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कविता राजनिती कवी :- यशवंत चंदनशिवे

4.2
19

कविता     राजनिती कुछ राजनिती पे लिखू , दिल छुप बैठा , दिमाख भडक गया । क्या लिखोगे राजनिती पे , लोकशाही के नाम पर यह नौंटकी है, लिखनेके लिए बहुत कुछ बाकी है । बेच दिया सबकुछ , खाली शहींदो का ...

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लेखक के बारे में
author
Yashwant Chandanshive

व्याख्याते ,साहित्यिक

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Samta Parmeshwar
    14 सितम्बर 2020
    बहुत बढ़िया लिखा है बिल्कुल सही 👌
  • author
    Rekha Suryawanshi
    13 सितम्बर 2020
    खूप छान सर ....वास्तव मांडलात...
  • author
    Shanta Birajdar
    13 सितम्बर 2020
    khup chan👌
  • author
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Samta Parmeshwar
    14 सितम्बर 2020
    बहुत बढ़िया लिखा है बिल्कुल सही 👌
  • author
    Rekha Suryawanshi
    13 सितम्बर 2020
    खूप छान सर ....वास्तव मांडलात...
  • author
    Shanta Birajdar
    13 सितम्बर 2020
    khup chan👌