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करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान...

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नमस्ते अम्मां जी" " कौन? अरे कमला! आओ-आओ" खुद को समेटती हुई कमला, सुधा जी की बग़ल से होती हुई सामने आई और पूरे श्रद्धाभाव से उनकी चरण-वंदना की. " आज इस तरफ़ कैसे?" " मामी के हियां आई थी, उनकी बिटिया ...

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लेखक के बारे में

उम्र- 53 वर्ष.  शिक्षा-  विज्ञान में स्नातक उपाधि लेने के बाद  पुरातत्व विज्ञान में स्नात्कोत्तर उपाधि. रूसी भाषा में डिप्लोमा.कत्थक नृत्य और गायन में स्नातक.  पांच वर्षों तक आकाशवाणी छतरपुर में अस्थायी उद्घोषिका के रूप में कार्य करने के बाद "दैनिक देशबंधु"- सतना में उप सम्पादक/फ़ीचर सम्पादक के रूप में बारह वर्षीय दीर्घ कार्यानुभव वर्तमान में निजी विद्यालय का संचालन और स्वतंत्र पत्रकारिता और लेखन कार्य।  शौक- लिखना, पढना, संगीत, और सामाजिक मुद्दों पर लगातार कलम चलाना अपने भीतर के कथाकार को ज़िंदा रखना।    प्रकाशन पहली कहानी दस वर्ष की उम्र में प्रकाशित हुई, दैनिक जागरण झांसी के बालजगत में. उसके बाद तमाम पत्र /पत्रिकाओं में प्रकाशन. वर्ष 1986 में म.प्र. हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा आयोजित कहानी रचना शिविर में प्रदेश स्तर पर  कहानी "हवा उद्दंड है" प्रथम घोषित. विंध्य क्षेत्र की पहली महिला पत्रकार होने का गौरव भी.

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    babita Gupta
    08 मार्च 2019
    बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीया वंदना दी। सही हैं, सूखी लकङी को एकदम सीधा नहीं किया जा सकता ।
  • author
    सुनील तिवारी
    22 अगस्त 2018
    आज की स्थिति दर्शाती है. अच्छी कथा. और भी प्रयास करे
  • author
    25 मार्च 2019
    बहुत सुंदर कहानी ।
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    babita Gupta
    08 मार्च 2019
    बेहतरीन रचना के लिए बधाई स्वीकार कीजिएगा आदरणीया वंदना दी। सही हैं, सूखी लकङी को एकदम सीधा नहीं किया जा सकता ।
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    सुनील तिवारी
    22 अगस्त 2018
    आज की स्थिति दर्शाती है. अच्छी कथा. और भी प्रयास करे
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    25 मार्च 2019
    बहुत सुंदर कहानी ।