pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

कांता देवी की खुशियां

4.7
161

मेरे और पिताजी के ऑफिस जाने के बाद मां अक्सर दोपहर का खाना लेकर फैक्ट्री आ जाती इस बहाने दोपहर के भोजन का लुत्फ भी हमारे संग उठाती... कुछ इधर-उधर की बातें कुछ लगभग एक ही विषय पर रोज बात होती बेटा ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Archana Nakra

स्वरों की दुनिया का पैगाम है हम आकाशवाणी का पहला प्यार है हम एफएम से शुरू की जिंदगानी अब कोशिश भर है शब्दों को आजमाने की और जमाने को बताने की, अपनी कहानी..

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anupma Arora
    17 जनवरी 2020
    bahut badhia, Asli wale gun mil gaye 👍😊
  • author
    Rachana Gandhi
    17 जनवरी 2020
    ati sundar
  • author
    Suman garg
    10 सितम्बर 2023
    Padhte hue kb muskurane lgi pta hee nhi chla 🤗
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anupma Arora
    17 जनवरी 2020
    bahut badhia, Asli wale gun mil gaye 👍😊
  • author
    Rachana Gandhi
    17 जनवरी 2020
    ati sundar
  • author
    Suman garg
    10 सितम्बर 2023
    Padhte hue kb muskurane lgi pta hee nhi chla 🤗