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काली औरत बहुत ताली बाली

4.9
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शुभा गेहुआं रंग की थी। विवाह के बाद ससुराल में सांवले रंग से नवाजा गया उसे। विचलित हुई ‌यह सुनकर लेकिन अपने को संभाल ‌मुस्कुरा दी।सांवली से ‌काली की उ उपाधि से विभूषित हुई।गोरी देवरानी के आने के बाद ...

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लेखक के बारे में
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Rajani Durgesh

डॉ.रजनी दुर्गेश एम. ए. पी .एच .डी,आचार्य ऑल इंडिया ओरिएण्टल कॉन्फ्रेंस में एजक्युटिव मेम्बर. Pita पिता : डॉ. सतीश चंद्र झा माता : श्रीमती मोहिनी झा जन्म तिथि : ०२ मार्च १९६९ जन्मस्थान : मुजफ्फरपुर मैन्युअल मनी हायर सेकेण्डरी स्कूल चेन्नई में शिक्षक तदुपरान्त रामजी मेहता आदर्श संस्कृत महाविद्यालय में अध्यापन . स्वेच्छा से अध्यापन से मुक्त होकर स्वतंत्र लेखन आरम्भ किया . अभिव्यक्ति.कॉम ऑन लाइन मैगज़ीन,विद्योत्तमा ,संस्कृत दर्शनम तथा अन्य महिलाओं की पत्रिका में आलेख .हिन्दुस्तान में लेख तथा दैनिक जागरण ,अमर उजाला ,दैनिक भाष्कर में ब्लॉगिंग . प्रकाशित पुस्तक:1. "संस्कृत -साहित्य में स्वप्न संसार" 2. बड़ी माँ - ई बुक पोथी डॉट कॉम पर प्रकाशित . 3. उपवन - कथा श्रृंखला - ई बुक पोथी डॉट कॉम पर प्रकाशित 4. कालिन्दी - कथा श्रृंखला - ई बुक पोथी डॉट कॉम पर प्रकाशित 5. श्री सत्यम प्रकाशन द्वारा प्रकाशित एवं ऋषि अग्रवाल द्वारा सम्पादित "धूप के दीप" (साझा काव्य संग्रह) में ६ कवितायेँ 6. श्री सत्यम प्रकाशन

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rupa Jha
    13 मार्च 2021
    बहुत ही अच्छा..... समाज की तो आदत होती है लोगों की बुराई करना, उस पर ध्यान ना दे कर अपने गुणों को निखारना चाहिए..... आपने अच्छा लिखा है...
  • author
    Deepak Charve
    13 मार्च 2021
    v2gd morning nd have a so superrrrr fantastic saturday mam.💥💥🗯😊💫💥🍁🌺🥀🥀
  • author
    Durgesh N Jha
    14 मार्च 2021
    बहुत सुन्दर रचना
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  • author
    Rupa Jha
    13 मार्च 2021
    बहुत ही अच्छा..... समाज की तो आदत होती है लोगों की बुराई करना, उस पर ध्यान ना दे कर अपने गुणों को निखारना चाहिए..... आपने अच्छा लिखा है...
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    Deepak Charve
    13 मार्च 2021
    v2gd morning nd have a so superrrrr fantastic saturday mam.💥💥🗯😊💫💥🍁🌺🥀🥀
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    Durgesh N Jha
    14 मार्च 2021
    बहुत सुन्दर रचना