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कल तुम न रहो या हम न रहें

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आंसू से कोई रिश्ता है, दर्द भरी इन आँखों का तुम बंद करो अपनी आँखें, हम हँसते नज़र आ जायेंगे सूखी कलियाँ भूले रस्ते, कल मेरी नियति बन जायेंगे कल तुम न रहो या हम न रहें, हम मर के तुम्हें याद आयेंगे....