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कल कभी नहीं आता

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कल कभी नहीं आता जीवन के बीस साल कैसे उड़ गए पता भी नहीं चला ,फिर शुरू हुई नौकरी की खोज । यह नहीं वह नौकरी करूंगा, वह नहीं करूंगा पास वाली करूंगा , ऐसा करते हुए दो तीन नौकरियां छोड़ते हुए एक नौकरी तय ...

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लेखक के बारे में
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पवन वर्मा

Full nama - Pawan kumar City - karnal (Haryana) Dob -15/02/1987 Marital status- married Hobby - writing, painting, cooking, listening, singing, gymcoching, more मैं कोई लेखक नहीं हूं दोस्तो मैं एक डिलेवरी बॉय की जॉब करता हूं, करनाल में , जो भी थोड़ा बहुत समय मिलता है उसी में लिखने की कोशिश करता हूं ,और आप सब का शुक्रिया भी अदा करता हूं जो आपने इस भाई की कहानियों को पढ़ा ,और अपने काबिल समझा ।🙏🏻💐 💐💐💐

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pooja joshi
    06 सितम्बर 2021
    बहुत बहुत अच्छी लिखीं है आपने,सही कहा आपने कल कभी नहीं आता है , जीना है तो आज मे जियो,कल किसने देखा है।जब जिम्मेदारी सर पर हो तब हम जीना ही भूल जाते है,कभी अपने बच्चे के लिए तो कभी परिवार के लिए कमाते हैं और ऐसे ही ज़िंदगी गुजर जाती हैं । शून्य बढ़ाने से अच्छा है अपने लिए जिए,जितना हैं उसमें ही खुश रहे। ज़िंदगी एक बार ही मिलती हैं। नफ़रत भुला कर प्यार से जियो 😊😊😊
  • author
    Pooja Verma "Pooja Verma"
    06 सितम्बर 2021
    speechless , bahut hi sundar rachna hai aapki 👍👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👍👌👌👍👍👌👌👌💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🥀🌷🌷🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🌷🌷🥀🥀🌷🌷🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🌻🌻🌻🏵️🏵️🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🏵️🏵️🏵️🏵️🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🍀🍀🍀🍃🌬️🌊🌊🌱🏞️🌾🌾🍁🍁🍁🍂🍂💮🍂🌷🌺🌸🍃🍃🌬️🏔️❄️⛄🌳🌴💮🥀🌺🌸🌻🌼🌼🍀🍃🌱🌾🍁🌱🏵️🌻☘️🍃🌊🌱🌳🌳🌴🌳🌲🌊🍀🍀🌻🏵️🌸🌺🌺🌷🌷🌺🌺🌺🌺🌸🌺🌸🌸🌸🌸🌺🌺🌺🌺🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌺🌺🌺🌸🌸🌸🌸🌸🌸🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️
  • author
    विजयता
    06 सितम्बर 2021
    बहुत ही सुन्दर मार्मिक, भावपूर्ण रचना 👌 हर इंसान की जिंदगी का सच है,सब अपनी जिम्मेदारी निभाने और शून्य बढ़ाने में इतने व्यस्त हो जाते हैं के खुद की जिंदगी जीना भूल जाते हैं। जिनके लिए ये रात दिन एक किए रहते हैं उन्हें उनकी सपनों के चूर चूर होने की खबर भी नहीं होती और वो सब भूल अपनी दुनिया में मस्त हो जाते हैं।मेरा तो ये मानना है कम कमाओ कम खाओ पर परिवार के साथ समय बिताओ और छोटी छोटी खुशियों को जियो।जो कमाया है वो यही रह जाना है। आपकी रचना काबिले तारीफ 👌👌👌💐💐💐
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    Pooja joshi
    06 सितम्बर 2021
    बहुत बहुत अच्छी लिखीं है आपने,सही कहा आपने कल कभी नहीं आता है , जीना है तो आज मे जियो,कल किसने देखा है।जब जिम्मेदारी सर पर हो तब हम जीना ही भूल जाते है,कभी अपने बच्चे के लिए तो कभी परिवार के लिए कमाते हैं और ऐसे ही ज़िंदगी गुजर जाती हैं । शून्य बढ़ाने से अच्छा है अपने लिए जिए,जितना हैं उसमें ही खुश रहे। ज़िंदगी एक बार ही मिलती हैं। नफ़रत भुला कर प्यार से जियो 😊😊😊
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    Pooja Verma "Pooja Verma"
    06 सितम्बर 2021
    speechless , bahut hi sundar rachna hai aapki 👍👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👍👌👌👍👍👌👌👌💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🥀🌷🌷🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🌷🌷🥀🥀🌷🌷🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🌻🌻🌻🏵️🏵️🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🏵️🏵️🏵️🏵️🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🍀🍀🍀🍃🌬️🌊🌊🌱🏞️🌾🌾🍁🍁🍁🍂🍂💮🍂🌷🌺🌸🍃🍃🌬️🏔️❄️⛄🌳🌴💮🥀🌺🌸🌻🌼🌼🍀🍃🌱🌾🍁🌱🏵️🌻☘️🍃🌊🌱🌳🌳🌴🌳🌲🌊🍀🍀🌻🏵️🌸🌺🌺🌷🌷🌺🌺🌺🌺🌸🌺🌸🌸🌸🌸🌺🌺🌺🌺🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌺🌺🌺🌸🌸🌸🌸🌸🌸🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️
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    विजयता
    06 सितम्बर 2021
    बहुत ही सुन्दर मार्मिक, भावपूर्ण रचना 👌 हर इंसान की जिंदगी का सच है,सब अपनी जिम्मेदारी निभाने और शून्य बढ़ाने में इतने व्यस्त हो जाते हैं के खुद की जिंदगी जीना भूल जाते हैं। जिनके लिए ये रात दिन एक किए रहते हैं उन्हें उनकी सपनों के चूर चूर होने की खबर भी नहीं होती और वो सब भूल अपनी दुनिया में मस्त हो जाते हैं।मेरा तो ये मानना है कम कमाओ कम खाओ पर परिवार के साथ समय बिताओ और छोटी छोटी खुशियों को जियो।जो कमाया है वो यही रह जाना है। आपकी रचना काबिले तारीफ 👌👌👌💐💐💐