pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

((कहानी- अलविदा प्राण प्रिये निर्मला देवी))

4.8
61

जनवरी 2022 को हमने पत्नी और बच्चों के साथ धूमधाम से स्वागत-सत्कार किये थे। मेरा नया घर फुलवारीशरीफ में तैयार होकर हमलोगो को स्वागत कराया था। हमलोग काफी खुश नजर आ रहे थे और प्रतिलिपि देवी भी डायरी ...

अभी पढ़ें

Hurray!
Pratilipi has launched iOS App

Become the first few to get the App.

Download App
ios
लेखक के बारे में

मैं मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय/समस्तीपुर में मुख्य कार्यालय अधीझक के पद पर दिनांक-31-1-2020 तक कार्यरत था ,अब रेल से सेवानिवृत्त हो गया हूँ और रचना के संसार में रहकर देश और समाज की सेवा करना चाहते हैं ।मेरा जन्म सात जनवरी 1960 को पटना में कृष्णाष्ठमी के दिन हुआ था ।अभी मैं अपने नये घर ,फुलवारीशरीफ, पटना में रह रहा हूँ। मेरा मोबाइल फोन न-9386551434 है।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Madhu Sethi
    31 ഡിസംബര്‍ 2022
    हृदय स्पर्शी भाव पूर्ण एहसास से भरा हुआ लेख लिखा है हम उसके हाथ के खिलौने है जब उसका बुलावा आता है जाना ही है सब का नियत समय होता है यही जीवन है । आप स्वस्थ और खुश रहें । ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे 🙏🙏
  • author
    Pravesh soni
    01 ഫെബ്രുവരി 2023
    हृदयस्पर्शी लेख, जीवनसाथी से बिछड़ने का दर्द वही जान सकता है, जिस पर बीता है, पर यही विधाता का नियम है हम मिट्टी के खिलौने है 1 दिन मिट्टी में मिल है👌👌👌
  • author
    Amrita Padihar
    31 ഡിസംബര്‍ 2022
    बहुत भावुक प्रस्तुति ,एक दिन सभी को इस संसार से जाना होगा... जीवन तो क्षण भंगुर हैं बन मिट जाए पता ही नहीं चलता।🙏🙏🙏🙏
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Madhu Sethi
    31 ഡിസംബര്‍ 2022
    हृदय स्पर्शी भाव पूर्ण एहसास से भरा हुआ लेख लिखा है हम उसके हाथ के खिलौने है जब उसका बुलावा आता है जाना ही है सब का नियत समय होता है यही जीवन है । आप स्वस्थ और खुश रहें । ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे 🙏🙏
  • author
    Pravesh soni
    01 ഫെബ്രുവരി 2023
    हृदयस्पर्शी लेख, जीवनसाथी से बिछड़ने का दर्द वही जान सकता है, जिस पर बीता है, पर यही विधाता का नियम है हम मिट्टी के खिलौने है 1 दिन मिट्टी में मिल है👌👌👌
  • author
    Amrita Padihar
    31 ഡിസംബര്‍ 2022
    बहुत भावुक प्रस्तुति ,एक दिन सभी को इस संसार से जाना होगा... जीवन तो क्षण भंगुर हैं बन मिट जाए पता ही नहीं चलता।🙏🙏🙏🙏