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कहानी भाई बहन की शादी

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कहानी: भाई बहन की शादी  आशा और प्रकाश एक ही ऑफिस में जॉब करते हैं। 4 साल हो गए दोनो को एक साथ जॉब करते हुए। आशा ने प्रकाश को  घर मे खाने को बुलाया ताकि धीरे धीरे वो सबका दिल जीत ले। वो सुबह से ...

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लेखक के बारे में
author
sonia Bharti

कविता: बढ़ता चल तू ख़ामोश कदमों से बढ़ता चल तू ख़ामोश कदमों से सुन शोर तो तबाही लाती हैं। दुख के सूखे वृक्ष की डाली भी पछियो की चेचाहट से मुस्काती है। बढ़ता चल तू ख़ामोश कदमों से हताशा से ठहर के पछताने से क्या किस्मत बदल जाती हैं। काले घनघोर साए में देख जुगनू की लौ कैसे टिमटिमाती है। बढ़ता चल तू ख़ामोश कदमों से सुन शोर तो तबाही लाती हैं।। तू नजरंदाज करना सीख ये नजरो के अल्फाज़ सिखाती है बेजुबानों से भरी बस्ती है जुबां कहां रंग लाती हैं। बढ़ता चल तू ख़ामोश कदमों से सुन शोर तो तबाही लाती हैं।। आंवले के कड़वे रस से उसमे छिपी मिठास क्या छिप जाती है मेंहदी अपनी रंगत भी देख घिस जाने के बाद ही लाती हैं। बढ़ता चल तू ख़ामोश कदमों से सुन शोर तो तबाही लाती है।। सोनिया भारती

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pooja Negi
    20 जून 2022
    umda lekhan hai
  • author
    Balwinder Singh
    14 जून 2022
    achi hai
  • author
    Karishma Bhardwaj
    12 जून 2022
    sachai hai isme
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  • author
    Pooja Negi
    20 जून 2022
    umda lekhan hai
  • author
    Balwinder Singh
    14 जून 2022
    achi hai
  • author
    Karishma Bhardwaj
    12 जून 2022
    sachai hai isme