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कागज की नाव

4.3
194

आकाश में घनघोर घटाएं छाई हुई थी और बादल झूम झूम के गरज बरस रहे थे। मैं अपने बरामदे में बैठा बारिश का आनंद ले रहा था। तभी मैंने बारिश में भीगते हुए कोलाहल करते हुए छोटे-छोटे बच्चों का समूह देखा ...

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लेखक के बारे में
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Pawan kumar Srivastava

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ashish Pathak
    16 ജൂലൈ 2020
    बहुत ही प्यारा संस्मरण... हालांकि पढ़ते समय मैं सोच रहा था कि काश ये एक अधूरी प्रेम कहानी हो ... और आप अश्वनी के कागज की नाव के डूब जाने की कहानी मुझे सुनाएं.... ❤️❤️❤️❤️
  • author
    Shipra Chaudhary
    02 ജനുവരി 2022
    Very nice sir 🙏🏼🙏🏼👌🏾👌🏾🙏🏼
  • author
    Grishma Wadhia
    28 ഒക്റ്റോബര്‍ 2021
    Very very nice story
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  • author
    Ashish Pathak
    16 ജൂലൈ 2020
    बहुत ही प्यारा संस्मरण... हालांकि पढ़ते समय मैं सोच रहा था कि काश ये एक अधूरी प्रेम कहानी हो ... और आप अश्वनी के कागज की नाव के डूब जाने की कहानी मुझे सुनाएं.... ❤️❤️❤️❤️
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    Shipra Chaudhary
    02 ജനുവരി 2022
    Very nice sir 🙏🏼🙏🏼👌🏾👌🏾🙏🏼
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    Grishma Wadhia
    28 ഒക്റ്റോബര്‍ 2021
    Very very nice story