pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

कादम्बरी देवी

4.7
1768

सीढ़ीनुमा खेत , टेढ़े मेढे रास्ते ,देवदार के ऊचें -ऊँचे वृक्ष प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ उत्तराखंड का एक छोटा सा  गांव ,जहां रहती  थी अस्सी साल की कादम्बरी देवी। चार बेटे और तीन बेटियों की  माँ ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Savita Negi

कलम और कागज की सहायता से आप अशांत वातावरण में भी ध्यान केंद्रित कर सकते है 🌷

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Dharm Pal Singh Rawat
    02 जून 2019
    सुंदर चित्रण। गांव पहुँचा दिया आपने। मेरी रचना लेटर बॉक्स जरूर पढ़ें शायद गांव की याद दिलाने में कामयाब हो जाऊं। हाँ किराये का रावण बिल्कुल सच्ची घटना है गांव की रामलीला की। प्रतिक्रिया जरूर दीजियेगा। धन्यवाद।
  • author
    Sanjay Srivastava
    27 अक्टूबर 2022
    यही हकीकत है, पैसों की दौड़ में सब छूट गया, मेरे पास शब्द ही नहीं हैं, निशब्द हूं। जब आपको कुछ मिलता है तभी ध्यान देना चाहिए कि मुझसे छूट क्या रहा है। धन्यवाद
  • author
    04 अप्रैल 2019
    बहुत खूब चित्रण किया है, आपने...., कादंरी देवी का । 😊 चिठ्ठी वाले समय की याद दिला दी आपने ।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Dharm Pal Singh Rawat
    02 जून 2019
    सुंदर चित्रण। गांव पहुँचा दिया आपने। मेरी रचना लेटर बॉक्स जरूर पढ़ें शायद गांव की याद दिलाने में कामयाब हो जाऊं। हाँ किराये का रावण बिल्कुल सच्ची घटना है गांव की रामलीला की। प्रतिक्रिया जरूर दीजियेगा। धन्यवाद।
  • author
    Sanjay Srivastava
    27 अक्टूबर 2022
    यही हकीकत है, पैसों की दौड़ में सब छूट गया, मेरे पास शब्द ही नहीं हैं, निशब्द हूं। जब आपको कुछ मिलता है तभी ध्यान देना चाहिए कि मुझसे छूट क्या रहा है। धन्यवाद
  • author
    04 अप्रैल 2019
    बहुत खूब चित्रण किया है, आपने...., कादंरी देवी का । 😊 चिठ्ठी वाले समय की याद दिला दी आपने ।