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कच्चे धागे । ❤❤❤

4.9
60

जब साथ निभाने वाले ने बदल दिये अपने इरादे, तो क्या फर्क पड़ता है टूट भी जाए कच्चे धागे । ❤ बिखर जाने दो आज जिसे बिखर ना है , आखिर हम भी कितना संभाले । ❤ परेशानियों से है हमारी दोस्ती, हम उससे ...

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लेखक के बारे में

हर हर महादेव ,,,🔱🌎🙏 Don't msg me , 🙏 " मोह माया से दूर, अपनी दुनियाँ में मसरूफ! " मेरी लिखी रचनाओं को मेरी निजी जिंदगी से ना जुड़ें , मुझे बदतमीजी पसंद नही तो आप बात और कमेंट करने में अपनी तमीज़ ना भूलें 🙏

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    29 जुलाई 2022
    nyc written 😇♥️
  • author
    Aashna Ali Shah "" आशना ""
    29 जुलाई 2022
    खुद को पढ़ती हूँ.. फ़िर छोड़ दिया करती हूँ... इस वरक को मै रोज ही मोड़ दिया करती हूँ... तुझसे रिश्ता है मेरा कोई मजबूत वरना सुन... कच्चे धागे मै खुद ही तोड़ दिया करती हूँ.... @angry bird 😡😡😡
  • author
    Wasim khan Khan
    30 जुलाई 2022
    🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿बहुत अच्छी रचना 🌼🌿🌼🌿🌼🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿लिखी हैं आपने 🌼🌿🌼🌿🌼🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿
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    29 जुलाई 2022
    nyc written 😇♥️
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    Aashna Ali Shah "" आशना ""
    29 जुलाई 2022
    खुद को पढ़ती हूँ.. फ़िर छोड़ दिया करती हूँ... इस वरक को मै रोज ही मोड़ दिया करती हूँ... तुझसे रिश्ता है मेरा कोई मजबूत वरना सुन... कच्चे धागे मै खुद ही तोड़ दिया करती हूँ.... @angry bird 😡😡😡
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    Wasim khan Khan
    30 जुलाई 2022
    🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿बहुत अच्छी रचना 🌼🌿🌼🌿🌼🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿लिखी हैं आपने 🌼🌿🌼🌿🌼🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿🌼🌿