क्यों हर तरफ़ मुझे सिर्फ़ आपका ही नाम सुनाई देता है जिधर देखूँ सिर्फ़ आपका ही पैगाम दिखाई देता है l नज़रें इनायत सनम तो जाने कब मेहरबाँ होंगीं धड़क धड़क दिल मेरा धड़कता जा रहा है लगता है जैसे दिल का काम ...
क्यों तुम पहचान कर भी अनजान बने रहते हो
दोस्ती का मुखौटा पहनकर दुश्मनों सा व्यवहार करने लगते हो ll
शायद यही होती है दोस्ती ऐसी कहलाती है दोस्ती
पहले दोस्त बनाते हो फिर दुश्मन बनकर पीठ में खंजर घोपने लगते हो l
Sumi
सारांश
क्यों तुम पहचान कर भी अनजान बने रहते हो
दोस्ती का मुखौटा पहनकर दुश्मनों सा व्यवहार करने लगते हो ll
शायद यही होती है दोस्ती ऐसी कहलाती है दोस्ती
पहले दोस्त बनाते हो फिर दुश्मन बनकर पीठ में खंजर घोपने लगते हो l
Sumi
रिपोर्ट की समस्या
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