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ज्वालामुखी के फूल...

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ज्वालामुखी के फूल...             देखा हैं तुमने कभी सपनों को दम तोड़ते हुए,, अपनों के ही द्वारा ख्वाहिशों को रौंदते हुए ??कभी महसूस किया कि जो सबके जीवन में पग पग बिछाती फूल ,,वही लोग उसके जीवन को ...

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लेखक के बारे में

मैं पेशे से एडवोकेट हूँ पर पढ़ना और लिखना मेरा शौक है......प्रतिलिपि एक ऐसा माध्यम है जिसकी वजह से मैं अपने मन कि भावनाओं को रचनाओं के द्वारा लोगो तक पंहुचा सकती हूँ..... मेरी सभी रचनाएँ स्वरचित और मौलिक है और सर्वाधिकार सुरक्षित है ll तथा कॉपी राइट एक्ट के अंतर्गत प्रस्तावित है l अन्यथा की स्थिति मे हाई कोर्ट लखनऊ बेंच में कार्यवाही की जाएगी..l सुषमा सिंह (एडवोकेट )

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mrs Rinku Upadhyay
    15 जून 2022
    💯💯💓💓💕🥰❣️😍🤗😘💞💞💝👍👌🌟💗💖💯💯
  • author
    Rakesh Mohan
    15 जून 2022
    वाह बहुत खूब
  • author
    Seema Arya "सीमा"
    15 जून 2022
    सच में ही ज्वालामुखी बनकर अपने आप को जला कर भी दूसरों के जीवन को महकाना सरल नहीं है..... बिल्कुल सच और सुंदर लिखा है आपने 👌👌👏👏💐💐💐💐
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    Mrs Rinku Upadhyay
    15 जून 2022
    💯💯💓💓💕🥰❣️😍🤗😘💞💞💝👍👌🌟💗💖💯💯
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    Rakesh Mohan
    15 जून 2022
    वाह बहुत खूब
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    Seema Arya "सीमा"
    15 जून 2022
    सच में ही ज्वालामुखी बनकर अपने आप को जला कर भी दूसरों के जीवन को महकाना सरल नहीं है..... बिल्कुल सच और सुंदर लिखा है आपने 👌👌👏👏💐💐💐💐