pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

जंगल में मंगल *"

5
45

जंगल में मंगल । एक बार करोली जाते वक़्त बयाना सिटी के आस पास हमारी गाड़ी खराब हो गई ।रात का वक़्त था ।अंधेरी रात  थी ,और आशीर्वाद कैला मैया का था । पहले तो सब घबड़ा  गए   कि इस अंधेरी रात में और जंगल ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

जै श्री कृष्ण ,औरों के बारे में बात करनी हो तो बहुत सारी बातें याद आती हैं मैं अपने बारे में यही कहूंगी में एक गृहणी हूं और मेरा टूर एंड ट्रैवल का बिजनेस है जो घर से चलाती हूं बृज धाम टूर एंड ट्रैवल के नाम से है मुझे लिखने का शौक बचपन से ही है ,हमारे समाज में होली गायन तीज व ब्रज के लोक गीत बना कर गाने का चलन है ,शादी ब्याह में आज भी एक दो गाने तो जरूर समधी समधिन के बारे में बनाए जाते हैं , वहीं शौक पूरा करने के लिए में भजन गीत कविता और कहानी लिख लेती हूं होली गायन में विशेष रूप से तान मुझे बहुत अच्छी लगती हैं अब सावन सा रहा है उसमें राधा कृष्ण के हिंडोला लेखन भी बहुत अच्छे लगते हैं

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pushpa notiyal
    27 मार्च 2021
    बहुत सुन्दर प्रस्तुति है जी और माँ का आशीर्वाद जो मां के भरोसे चले उनको कौन नुकसान पहुंचा सके भले
  • author
    27 मार्च 2021
    Nice मेरी आज की रचना अवश्य पढ़े चाल पर चाल
  • author
    धनु दयाल "Dhanu"
    27 मार्च 2021
    बहुत ही रोचक और रोमांचक संस्मरण बेहतरीन लेखन शैली के साथ
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pushpa notiyal
    27 मार्च 2021
    बहुत सुन्दर प्रस्तुति है जी और माँ का आशीर्वाद जो मां के भरोसे चले उनको कौन नुकसान पहुंचा सके भले
  • author
    27 मार्च 2021
    Nice मेरी आज की रचना अवश्य पढ़े चाल पर चाल
  • author
    धनु दयाल "Dhanu"
    27 मार्च 2021
    बहुत ही रोचक और रोमांचक संस्मरण बेहतरीन लेखन शैली के साथ