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जो आज समझ आया रब्बा

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जब हम उसने पहली बार मिले, कुछ ऐसा हमे लगा रब्बा, ये रात चांदनी सी जैसी, जिसमे झलकती एक आभा है, यह आभा है उस हुस्न परी की, जो सिर्फ प्यार बिखेरती है रब्बा, क्या जीवन इतना सुन्दर है, जो आज समझ आया ...

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Manjit Singh
    10 अप्रैल 2021
    इश्क,प्यार पर कविता
  • author
    Maithili,Bhojpuri,Hindi ka Sangam.
    20 जनवरी 2019
    Dil ko chhu gaya
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    Manjit Singh
    10 अप्रैल 2021
    इश्क,प्यार पर कविता
  • author
    Maithili,Bhojpuri,Hindi ka Sangam.
    20 जनवरी 2019
    Dil ko chhu gaya