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ज़िन्दगी आना मेरे आंगन में ,,,

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जीवन सत्य और सौंदर्य की उपासना है । यदि हम कुदरत को या सृष्टि को देखें तो जीवन बहुत ही  छोटा और सीमित है । ज्ञानियों ने जीवन को ऐसे भी  बताया है कि ,  यह  एक , पानी  के  बुलबुले  जैसा है , ऐसी ...

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लेखक के बारे में

कैलाश अग्रवाल नाम है माटी से बने इस शरीर का, परिवार तो यह समस्त विश्व है जो आत्मा से जुडा है और परमात्मा का अंश है । हर हाल में हर काल में परमात्मा के साथ उसकी निगहबानी में है । कितने ही जन्मों का इतिहास इस आत्मा में सिमटा है । आत्मा से कुछ भी पूछो वह जवाब देती है, उसे पृकृति के सब नियम पता हैं । किताबों में सत्य असत्य बहुत कुछ है, आत्मा बस खरी बात जानती है , झूठ को नकार देती है । जैसे परमात्मा सर्वग्य ,सर्व -समर्थ सर्व- व्याप्त है ,वैसे ही आत्मा में ये सभी गुण मौजूद हैं । आत्मा सदा आनंद में रहती है ,उसका कोई शत्रु या मित्र नहीं साक्षी भाव से वह सब देखती है

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mamta Bharat
    01 सितम्बर 2021
    बहुत ही उम्दा और शानदार अभिव्यक्ति। 🙏🙏💐💐
  • author
    Sarika Sharma
    01 सितम्बर 2021
    Bahut uttam. lekh bhi aur kavita bhi..... Hare Krishna.🙏
  • author
    medha desai
    01 सितम्बर 2021
    वाह!बहुत सुंदर स्वरचित कविता। सभी जरूर पढ़ें👌👌👌🙏🙏
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    Mamta Bharat
    01 सितम्बर 2021
    बहुत ही उम्दा और शानदार अभिव्यक्ति। 🙏🙏💐💐
  • author
    Sarika Sharma
    01 सितम्बर 2021
    Bahut uttam. lekh bhi aur kavita bhi..... Hare Krishna.🙏
  • author
    medha desai
    01 सितम्बर 2021
    वाह!बहुत सुंदर स्वरचित कविता। सभी जरूर पढ़ें👌👌👌🙏🙏