pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

झूठा कहीं का

5
30

तेरा वादा पानी के बुलबुले जैसा, झूठा कहीं का. आज वादा किया, कल भूल जाते, झूठा कहीं का तू झूठा, तेरा वादा तेरी तरह झूठा,झूठा कहीं का. तेरे झूठे वादे से व्यथित मन मेरा, झूठा कहीं का. तेरी वज़ह से ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Asha garg

प्रतिलिपि पर ये मेरा एकमात्र अकाउंट है, इसके अलावा मेरा कोई भी अकाउंट दिखे तो उसकी कोई जिम्मेदारी मेरी नहीं है. कृपया inbox msg ना करे.😊 मेरा fake id बनाने वाले तेरा मुँह काला

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Khushbu Tyagi
    25 अप्रैल 2021
    वाह, बहुत ही बढ़िया लिखा है आपने..झूठा कहीं का😂👌👌👌💐💐
  • author
    Jayshree Pandey "Nancy"
    25 अप्रैल 2021
    बहुत ही बढ़िया लिखा है आपने मैम बेहतरीन लेखन हैं आपकी👌👌👌👌👌👌👌👌👌🙏🙏✍️✍️✍️
  • author
    संतोष नायक
    25 अप्रैल 2021
    '... तेरे झूठे वादे...झूठा कहीं का..'। बहुत अच्छी लगी रचना।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Khushbu Tyagi
    25 अप्रैल 2021
    वाह, बहुत ही बढ़िया लिखा है आपने..झूठा कहीं का😂👌👌👌💐💐
  • author
    Jayshree Pandey "Nancy"
    25 अप्रैल 2021
    बहुत ही बढ़िया लिखा है आपने मैम बेहतरीन लेखन हैं आपकी👌👌👌👌👌👌👌👌👌🙏🙏✍️✍️✍️
  • author
    संतोष नायक
    25 अप्रैल 2021
    '... तेरे झूठे वादे...झूठा कहीं का..'। बहुत अच्छी लगी रचना।