साँस लेना भी कैसी आदत है, जिये जाना भी क्या रवायत हैै! पाँव बेहिस हैं चलते जाते हैं, एक सफर है जो चलता रहता है!! गुलजार साहब की ये लाइनें हमारे जीवन की हकीकत बयां करती हैं ! हर व्यक्ति जीवन के ...
साँस लेना भी कैसी आदत है, जिये जाना भी क्या रवायत हैै! पाँव बेहिस हैं चलते जाते हैं, एक सफर है जो चलता रहता है!! गुलजार साहब की ये लाइनें हमारे जीवन की हकीकत बयां करती हैं ! हर व्यक्ति जीवन के ...