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जमीन और आसमान

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परिभाषाएं प्यार की

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लेखक के बारे में

भोर की खामोशी में जो चुपके से भिगो जाए, हाँ वही ओस की बूंद हूँ मैं।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    अंजान सागर
    25 जुलाई 2020
    वाह क्या बात है!!! शब्द संयोजन की तारीफ जितनी कि जाए कम है....💐💐💐
  • author
    Ashok Joshi
    19 अगस्त 2020
    बहुत खुबसूरत.. संक्षिप्त में ही सही आपने जमीन और आसमान का अंतर समझा दिया।
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    अंजान सागर
    25 जुलाई 2020
    वाह क्या बात है!!! शब्द संयोजन की तारीफ जितनी कि जाए कम है....💐💐💐
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    Ashok Joshi
    19 अगस्त 2020
    बहुत खुबसूरत.. संक्षिप्त में ही सही आपने जमीन और आसमान का अंतर समझा दिया।