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"जलाया है तुमने मेरा चेहरा" A poem on the feelings of acid victims

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जलाया है तुमने मेरा चेहरा, मेरा हौसला कहाँ जलाया है, गलाई है तुमने मेरी त्वचा, मेरा इरादा कहाँ गलाया है। फेक तेजाब चेहरे पर मेरे , तुमने कहाँ मुझे डराया है , कर कृत्य ऐसा तुमने, खुद को ही नामर्द ...