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जादुई पिटारा

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आज मेने यादों का पिटारा खोला, पिटारे की चाबी मेरी खामोशी थी। शायद पिटारा खोलने वजह भी खामोशी ही थी। पिटारा खुलते ही एक रोशनी चहेरे पर आई, वो रोशनी थी , इस सुबह की जब दादी मेरी मेरा सर अपनी गोदी में ...

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लेखक के बारे में
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Payal Sharma

A certified writer and author intersted in ( reading, writing, knitting, illustration and kathak) I am the person who live in our dream.

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mohan Lal
    09 ആഗസ്റ്റ്‌ 2022
    बेहद खूबसूरत रचनात्मक सारगर्भित अभिव्यक्ति है जादू का पिटारा लेख।
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    Mohan Lal
    09 ആഗസ്റ്റ്‌ 2022
    बेहद खूबसूरत रचनात्मक सारगर्भित अभिव्यक्ति है जादू का पिटारा लेख।