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हिन्दी

जब यार देखा नैन भर

4.5
1527

जब यार देखा नैन भर दिल की गई चिंता उतर ऐसा नहीं कोई अजब राखे उसे समझाए कर। जब आँख से ओझल भया, तड़पन लगा मेरा जिया हक्का इलाही क्या किया, आँसू चले भर लाय कर। तू तो हमारा यार है, तुझ पर हमारा प्यार ...

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लेखक के बारे में
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अमीर ख़ुसरौ

मूल नाम : अबुल हसन यमीनुद्दीन ख़ुसरौ उपनाम : अमीर खुसरो देहलवी, अमीर खुसरो जन्म : 1253 देहावसान: 1325 भाषा : पर्सियन, उर्दू, हिन्दवी, खड़ी बोली विधाएँ : ग़ज़ल, कव्वाली, मसनवी, रुबाई आदि अबुल हसन यमीनुद्दीन ख़ुसरौ जो कि अपने उपनाम अमीर खुसरो देहलवी से विख्यात हैं, खड़ी बोली हिन्दी के सर्व-प्रथम रचनाकारों में से एक हैं, इन्हे कव्वाली का जनक माना जाता है। इन्हे संगीत की तराना एवम खयाल विधाओं का भी जनक माना जाता है, साथ ही इन्हे अक्सर तबला एवम सितार के अविष्कार का भी श्रेय दिया जाता है. अमीर खुसरो ने भारतीय साहित्य, संगीत एवम भाषा के क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इनकी मुकरियाँ, पहेलियाँ और दुसुख़ने भी उतने ही लोकप्रिया हैं जितनी इनकी ग़ज़लें.

समीक्षा
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  • author
    Zeeshan Ahmad Khan "Shanu"
    25 नवम्बर 2021
    लाजवाब.....
  • author
    मल्हार
    03 जून 2020
    👌👌👌👌👌👌💐💐💐💐
  • author
    19 दिसम्बर 2018
    उत्तम।।
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    Zeeshan Ahmad Khan "Shanu"
    25 नवम्बर 2021
    लाजवाब.....
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    मल्हार
    03 जून 2020
    👌👌👌👌👌👌💐💐💐💐
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    19 दिसम्बर 2018
    उत्तम।।