एक दिन जब तुम ; मुझसे मिलने आओंगी प्रिये, मेरे मन का श्रंगार किये हुये, तुम मुझसे मिलने आना !! तब मैं वो सब कुछ तुम्हे अर्पण कर दूँगा .. जो मैंने तुम्हारे लिए बचा कर रखा है ..... कुछ बारिश की बूँदें ...
एक दिन जब तुम ; मुझसे मिलने आओंगी प्रिये, मेरे मन का श्रंगार किये हुये, तुम मुझसे मिलने आना !! तब मैं वो सब कुछ तुम्हे अर्पण कर दूँगा .. जो मैंने तुम्हारे लिए बचा कर रखा है ..... कुछ बारिश की बूँदें ...