जाने कैसी बूंदे बरसी ,मेरे आँगन में,
भींग गया तन मन जीवन सब
भींगे सावन में.
कजरारे मेघों ने कैसा जादू कर डाला,
रिमझिम बूंदों ने, जीवन का,
हर पल रंग डाला .
शाम सुहानी आती है,सन्देश नया लेकर,
सपने ...
आत्म कथ्य---मेरी कहानियां जिन्दगी के आसपास साँसें लेती हैं. जीवन के सुख,दुःख, हर्ष विषाद प्रेम की सुन्दरतम अनुभूतियों का दर्पण बन समाज को सच दिखाना ही उनकी सार्थक अभिव्यक्ति है भटके हुए कदमों को उनके सपनों की राह तक पहुंचाना ,और संवेदना के एक नए क्षितिज का निर्माण करना है.
सारांश
<p>आत्म कथ्य---मेरी कहानियां जिन्दगी के आसपास साँसें लेती हैं. जीवन के सुख,दुःख, हर्ष विषाद प्रेम की सुन्दरतम अनुभूतियों का दर्पण बन समाज को सच दिखाना ही उनकी सार्थक अभिव्यक्ति है भटके हुए कदमों को उनके सपनों की राह तक पहुंचाना ,और संवेदना के एक नए क्षितिज का निर्माण करना है.</p>
रिपोर्ट की समस्या
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