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जब आबे संतोष धन सब धन धूरी समान

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एक राजा था जिसे अपने राज्य धन से अत्यधिक  लगाव था। वह हर समय अपने राज्य और धन के लिए चिंतित रहता था। उसे ऐसा लगता था कहीं उसके शुभचिंतक ही उससे छल करके उसका राज्य और संपत्ति अपने कब्जे में ना कर लें। ...

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लेखक के बारे में
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Kiran Kajal
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    Dr Kumari Richa
    06 अगस्त 2024
    super duper
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    Dr Kumari Richa
    06 अगस्त 2024
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